मदर टेरेसा की जीवन परिचय | Mother Teresa Biography in Hindi
जन्म और प्रारंभिक जीवन:
• जन्म: 26 अगस्त 1910, उस्कुब, उस्मानी साम्राज्य (वर्तमान में स्कोप्जे, उत्तरी मैसेडोनिया)
• नाम: एगनेस गोंक्सा बोयाजियू
• परिवार: अल्बेनियाई मूल का कैथोलिक परिवार
• शिक्षा: सेंट मैरी स्कूल, उस्कुब; लोरेटो कॉन्वेंट, ज़ाग्रेब
धार्मिक प्रेरणा और मिशनरी कार्य:
• 18 वर्ष की आयु में, उन्होंने ‘सिस्टर्स ऑफ चैरिटी’ में शामिल होने का फैसला किया और 1929 में भारत आ गईं।
• 1948 में, उन्होंने ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ की स्थापना की, जो गरीबों, बीमारों, अनाथों और मरने वालों की सेवा के लिए समर्पित था।
• उन्होंने कोलकाता में ‘निराश्रमों का घर’, ‘कुष्ठरोगियों का घर’, ‘शिशु गृह’, और ‘अनाथालय’ जैसे कई संस्थाओं की स्थापना की।
मान्यता और पुरस्कार:
• 1962 में, उन्हें ‘रोमन मैग्सेसे पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 1979 में, उन्हें “गरीबों के बीच में किए गए उनके काम और मानव पीड़ा से लड़ाई” के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
• 2003 में, उन्हें पोप जॉन पॉल द्वितीय द्वारा ‘धन्य’ घोषित किया गया।
• 2016 में, उन्हें ‘संत’ घोषित किया गया।
मृत्यु और विरासत:
• 5 सितंबर 1997 को कोलकाता में 87 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
• उनकी मृत्यु के बाद भी, ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ का काम दुनिया भर में जारी है।
• मदर टेरेसा को दया, करुणा और मानव सेवा के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है।
मदर टेरेसा के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
• उन्होंने अपना जीवन गरीबों की सेवा में समर्पित कर दिया, और उन्होंने हमेशा कहा कि “सबसे गरीब व्यक्ति वह है जिसे प्यार और देखभाल की आवश्यकता है।”
• वे अक्सर साड़ी पहनती थीं, जो भारत की संस्कृति के प्रति उनके सम्मान का प्रतीक था।
• वे कई भाषाएं बोलती थीं, जिनमें हिंदी, बंगाली और अंग्रेजी शामिल हैं।
• वे प्रार्थना और ध्यान में विश्वास रखती थीं, और उनका मानना था कि “प्रार्थना सबसे शक्तिशाली हथियार है जो हमारे पास है।”
• आज भी, मदर टेरेसा को दुनिया भर के लोगों द्वारा प्रेरणा और आदर्श माना जाता है।
मदर टेरेसा के प्रेरक वचन:
• “जो आप दूसरों के लिए करते हैं वह केवल एक बूंद की तरह लग सकता है, लेकिन यह उस व्यक्ति के लिए एक महासागर हो सकता है जिसे इसकी आवश्यकता है।”
• “अगर आप किसी को बदलना चाहते हैं, तो उसे प्यार से देखें।”
• “हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहें, क्योंकि आप कभी नहीं जान सकते कि आपको किसकी आवश्यकता होगी।”
• “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दूसरों को खुश करना है। यदि आप खुश हैं, तो यह दूसरों को भी खुश करेगा।”
• “जीवन एक उपहार है, इसे पूरी तरह से जिएं।”
मदर टेरेसा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. मदर टेरेसा का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
जवाब: मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को उस्कुब, उस्मानी साम्राज्य (वर्तमान में स्कोप्जे, उत्तरी मैसेडोनिया) में हुआ था।
2. मदर टेरेसा भारत कब आईं और उन्होंने किस मिशन की शुरुआत की?
जवाब: मदर टेरेसा 1929 में भारत आईं और 1948 में उन्होंने गरीबों, बीमारों, अनाथों और मरने वालों की सेवा के लिए समर्पित “मिशनरीज ऑफ चैरिटी” की स्थापना की।
3. मदर टेरेसा को किन खास उपलब्धियों के लिए जाना जाता है?
जवाब: मदर टेरेसा को गरीबों की सेवा, ‘निराश्रमों का घर’, ‘कुष्ठरोगियों का घर’, ‘शिशु गृह’, और ‘अनाथालय’ जैसी संस्थाओं की स्थापना, और मानवता के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है। उन्हें 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
4. मदर टेरेसा की मृत्यु कब हुई?
जवाब: मदर टेरेसा का निधन 5 सितंबर 1997 को कोलकाता में 87 वर्ष की आयु में हुआ था।
5. मदर टेरेसा को आज कैसे याद किया जाता है?
जवाब: मदर टेरेसा को दया, करुणा, मानव सेवा और गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित एक प्रेरणादायक व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है।