गुरु रविदास जी का जीवन परिचयः
पूरा नामः गुरु रविदास जी
अन्य नाम: रैदास, रोहिदास, रूहिदास
जन्म: 1377 ईस्वी
जन्म स्थानः वाराणसी, उत्तर प्रदेश
पिता का नामः श्री संतोख दास जी
माता का नामः श्रीमती कलसा देवी जी
दादा का नाम: श्री कालू राम जी
दादी का नामः श्रीमती लखपति जी
पत्नीः श्रीमती लोना जी
बेटा: विजय दास जी
मृत्युः 1540 ईस्वी (वाराणसी)
जीवनः
गुरु रविदास जी मध्यकालीन भारत के एक महान संत, कवि और समाज सुधारक थे। उनका जन्म वाराणसी में 1377 ईस्वी में हुआ था। वे एक चमार परिवार में पैदा हुए थे, जो उस समय समाज में सबसे निचले स्तर पर consideredOा जाता था।
रविदास जी ने जाति-पांति और भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने समाज में समानता और भाईचारे का संदेश दिया। वे भक्ति आंदोलन के प्रमुख संतों में से एक थे।
रविदास जी ने कई भजन और कविताएं लिखीं, जो आज भी प्रचलित हैं। उनकी रचनाओं में ईश्वर के प्रति प्रेम, भक्ति और समर्पण का भाव व्यक्त होता है।
उनकी रचनाओं में सामाजिक बुराइयों और भेदभाव की भी आलोचना की गई है।
रविदास जी का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने अपने जीवन में कई संघर्षों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी।
वे एक महान आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने लोगों को सच्चा मार्ग दिखाया।
प्रभावः
गुरु रविदास जी का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनकी रचनाओं ने लोगों को जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया।
उनकी शिक्षाओं ने समाज में समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा दिया।
आज भी गुरु रविदास जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।
गुरु रविदास जयंती:
गुरु रविदास जयंती उनके जीवन और शिक्षाओं को याद करने का एक अवसर है।
इस दिन लोग उनके जन्मस्थान में इकट्ठा होते हैं, उनकी रचनाओं का गायन करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं।
यह दिन हमें समाज में समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने का संदेश देता है।
गुरु रविदास जयंती कब है
गुरु रविदास जयंती 2024 में 24 फरवरी को मनाई जाएगी। यह माघ पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो हर साल फरवरी या मार्च में आता है।
यह रैदास पंथ धर्म का वार्षिक केंद्र बिंदु है। इस दिन, गुरु रविदास की अमृतवाणी पढ़ी जाती है और उनके चित्र के साथ एक संगीत कीर्तन जुलूस निकाला जाता है। श्रद्धालु नदी में स्नान करते हैं और गुरु रविदास की मूर्तियों की पूजा करते हैं।
FAQ:
1. गुरु रविदास जी का जन्म कहाँ हुआ था?
गुरु रविदास जी का जन्म काशी (वाराणसी) में हुआ था।
2. गुरु रविदास जी की जाति क्या थी?
गुरु रविदास जी चमार जाति के थे।
3. गुरु रविदास जी ने किससे शिक्षा प्राप्त की थी?
गुरु रविदास जी ने रामानंद जी से शिक्षा प्राप्त की थी।
4. गुरु रविदास जी की प्रमुख रचनाएँ क्या हैं?
गुरु रविदास जी की प्रमुख रचना “भक्ति रत्नाकर” है, जिसमें 40 पदों का संकलन है।
5. गुरु रविदास जी की शिक्षाओं का क्या प्रभाव था?
गुरु रविदास जी की शिक्षाओं का समाज सुधार, भक्ति आंदोलन और हिंदी साहित्य पर गहरा प्रभाव पड़ा।
6. गुरु रविदास जयंती कैसे मनाई जाती है?
गुरु रविदास जयंती मंदिरों में दर्शन और पूजा, भजन और कीर्तन, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ मनाई जाती है।
7. गुरु रविदास जी का जीवन और शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक क्यों हैं?
गुरु रविदास जी का जीवन और शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं क्योंकि वे समानता, भाईचारा, सामाजिक न्याय और ईश्वर भक्ति जैसे मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।
8. गुरु रविदास जी के बारे में अधिक जानकारी कहाँ प्राप्त कर सकते हैं?
गुरु रविदास जी के बारे में अधिक जानकारी उनकी रचनाओं, जीवनी और विभिन्न ऑनलाइन और ऑफलाइन स्रोतों से प्राप्त कर सकते हैं।