हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करेंगे ये 4 सब्जियों के जूस, मिलेगा 100% फायदा!
हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है जो शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। जब शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है, तो इसे एनीमिया कहा जाता है। एनीमिया के लक्षणों में थकान, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सिरदर्द और पीलापन शामिल हो सकते हैं।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए कई तरह के उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें आहार में बदलाव, आयरन सप्लीमेंट और दवाएं शामिल हैं। आहार में बदलाव में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करना शामिल है, जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, मांस, मछली और अंडे।
सब्जियों का जूस हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने का एक बेहतरीन तरीका है। जूस में मौजूद पोषक तत्व आसानी से अवशोषित होते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
यहां 4 सब्जियों के जूस हैं जो हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं:
1. चुकंदर का जूस: चुकंदर का जूस हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए सबसे लोकप्रिय जूस में से एक है। यह आयरन, फोलेट और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है। चुकंदर का जूस बनाने के लिए, 2-3 चुकंदर को धोकर काट लें और उन्हें जूसर में डालकर जूस निकाल लें। आप इसमें गाजर, सेब या संतरा भी मिला सकते हैं।
2. पालक का जूस: पालक का जूस आयरन, फोलेट, विटामिन सी और विटामिन K का एक अच्छा स्रोत है। पालक का जूस बनाने के लिए, 1 कप पालक के पत्तों को धोकर काट लें और उन्हें जूसर में डालकर जूस निकाल लें। आप इसमें गाजर, सेब या अनानास भी मिला सकते हैं।
3. गाजर का जूस: गाजर का जूस विटामिन A, विटामिन C और पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है। गाजर का जूस बनाने के लिए, 2-3 गाजर को धोकर काट लें और उन्हें जूसर में डालकर जूस निकाल लें। आप इसमें चुकंदर, सेब या संतरा भी मिला सकते हैं।
4. टमाटर का जूस: टमाटर का जूस विटामिन C, लाइकोपीन और पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है। टमाटर का जूस बनाने के लिए, 2-3 टमाटरों को धोकर काट लें और उन्हें जूसर में डालकर जूस निकाल लें। आप इसमें गाजर, सेब या चुकंदर भी मिला सकते हैं।
इन जूस को पीने का सबसे अच्छा समय सुबह नाश्ते के बाद या दोपहर के भोजन के बाद है। आप इन जूस को रोजाना पी सकते हैं।
ध्यान दें: यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो इन जूस को पीने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।